कंप्यूटर हो या मोबाइल आपने कैश मेमोरी (Cache Memory) के बारे में जरूर सुना होगा, ज्यादातर लोगों ने मेमोरी के रूप में या तो हार्डडिस्क के बारे में सुना है या तो रैम के बारे में लेकिन ये कैश मेमोरी (Cache Memory) क्या होती है और कहां होती है और कैश मेमोरी (Cache Memory) के क्या लाभ होते हैं आईये जानने की कोशिश करते हैं - क्या होती है कैश मेमोरी - What is Cache Memory inwards Hindi
क्या होती है कैश मेमोरी - What is Cache Memory inwards Hindi
कैश मेमोरी (Cache Memory) चाहे फोन की हो या कंप्यूटर की हो कोई भी काम अत्यधिक तेजी से करती है, असल में कैश मेमोरी (Cache Memory) आकार में बहुत छोटी लेकिन कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी से बहुत ज्यादा तेज होती है, इसे सीपीयू की मैमोरी भी कहा जाता है जिन प्रोग्राम और निर्देशों का बार-बार इस्तेमाल किया जाता है उनको कैश मेमोरी (Cache Memory) अपने अंदर सुरक्षित कर लेती है, प्रोसेसर कोई भी डाटा प्रोसेस करने से पहले कैश मेमोरी (Cache Memory) को चैक करता है और अगर वह फाइल उसे वहां नहीं मिलती है तो उसके बाद वह रैम यानि प्राइमरी मेमरी को चैक करता है तो इस प्रकार आपको कंप्यूटर और आपका फोन भी तेजी से काम करता है
कैश मेमोरी के लाभ
कंप्यूटर प्रोसेसर को सामान्यत है रेम से डेटा पढने में लगभग 180 नैनो सेकेण्ड (1 सेकेण्ड = ane अरब नैनो सेकेण्ड) का समय लगता है लेकिन जब यह डेटा कैश मेमोरी (Cache Memory) से प्राप्त किया जाता है तो केवल 45 नैनो सेकेण्ड का समय लगता है तो आप समझ ही गये होगें कंप्यूटर और फोन में कैश मेमोरी कितनी लाभ दायक होती है कैश मेमारी की वजह से आपके फोन और कंप्यूटर की स्पीड काफी बढ जाती है
कैश मेमोरी के नुकसान
कैश मेमारी डाटा एप्लीकेशन उपयोग करने के दौरान तैयार होती है और उस एप्लीकेशन से संबधित टैंपरेरी फाइल तैयार कर लेती जो आपके सीपीयू के प्रयोग में आती है लेकिन कैश मेमारी से डाटा अपने आप डिलीट नहीं होता है कैश्ा मेमाेरी का साइज बहुत ही छोटा होता है इस कारण यह जल्दी भर जाती है और आपका कंप्यूटर और मोबाइल हैंग करने लगता है
क्या है उपाय
कैश मेमारी को फुल होने से बचने के लिये कुछ समय के अंतराल पर इसे क्लीन करते रहें इससे आपके कंप्यूटर या फोन को कोई नुकसान नहीं पहुॅचेगा, अपनी आवश्यकता अनुसार सीपीयू इसे तुरंत ही तैयार लेगा